बड़ी ख़बर

लोकेशन:- सतना सतना के संग्रामटोला के ग्रामीण, बरसात के मौसम में चार महीने घरों में हो जाते हैं कैद, जान जोखिम में डालकर पार करते हैं नदी

 

सतना के संग्रामटोला के ग्रामीण, बरसात के मौसम में चार महीने घरों में हो जाते हैं कैद, जान जोखिम में डालकर पार करते हैं नदी

सतना कलेक्टर के नाम कोठी तहसीलदार को सौंपा गया ज्ञापन,,

cg

एकतरफ देशभर में आजादी के 75वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। वहीं आज भी जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां के वाशिंदे समस्याओं से जकड़े हुए हैं। यहां सड़क-पानी-बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं पहुंच सकी हैं।

ऐसा ही एक मामला सतना जिले के रैगांव विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत डाणी टोला के,ग्राम संग्रामटोला में सामने आया है,,

ग्रामीणों का कहना है कि गांव के मुख्य मार्ग पर पड़ने वाली सेमरावल नदी में पुल ना होने की वजह से बरसात के 4 महीने संग्राम टोला के ग्रामीण घरों में कैद हो जाते हैं, आने जाने के लिए उन्हें जान जोखिम में डालकर नदी को पार करना पड़ता है, कई बार बड़ी दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, बच्चे अगर जान जोखिम में ना डालें तो पढ़ाई चौपट ही समझिए,,,

आलम यह है कि ग्रामीणों ने नेताओं से लेकर अधिकारियों को अपनी समस्याओं के बारे में अवगत कराया, लेकिन आज तक ग्रामीणों को जुमले वादों एवं झूठे आश्वासन के अलावा कोई उचित निराकरण नहीं हो पाया, और पुल के समस्या की स्थिति जस की तस बनी रही, आज संग्राम टोला के ग्रामीणों द्वारा लामबंद होकर विरोध प्रदर्शन किया गया, साथ ही तहसीलदार कोठी सुषमा रावत एवं थाना प्रभारी जैतवारा सुरभि शर्मा की मौजूदगी में कलेक्टर के नाम चेतावनी भरा ज्ञापन भी सौंपा, साथ ही ग्रामीणों ने यह कहा है कि अगर 30 दिवस के अंदर पुल की समस्या का निराकरण नहीं होता है तो आगे वह बड़े आंदोलन एवं चक्का जाम करने पर मजबूर होंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।