इंदौर । खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) ने सोमवार को द्वारकापुरी इलाके में पंजाब बेकरी कारखाने पर छापा मारा तो वहां कई बड़ी गड़बड़ियां मिलीं। वहां घटिया सामग्री से केक, ब्रेड, पाव और अन्य बेकरी सामग्री बनाई जा रही थी। इसमें एक्सपायरी डेट का गुलकंद, टूटी-फ्रूटी, क्रीम और पाइनापल क्रश और पल्प का उपयोग किया जा रहा था। एफडीए अधिकारियों ने कारखाना संचालक गोविंदा चांदवानी के खिलाफ द्वारकापुरी थाने पर धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज कराई है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश त्रिपाठी, सुभाष खेड़कर, पुष्पक द्विवेदी आदि जब कारखाने में पहुंचे तो वहां चारों ओर गंदगी पसरी थी।

गंदी और सड़ी-गली चीजों के कारण कारखाने में बदबू आ रही थी। जहां केक, पाव और ब्रेड बन रहे थे, वहीं कर्मचारी जूते उतारकर काम कर रहे थे। स्वच्छता का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा था। कुल मिलाकर उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ करते हुए खाद्य सामग्री बनाई जा रही थी।
11 नमूने जांच में लिए, प्रयोगशाला भेजेंगे

कारखाने से क्रीम, मैदा ब्रेड, केक, पाव, मैंगो क्रश, कोकोनट पाउडर, शरबत, पल्प सहित विभिन्न् खाद्य सामग्री के 11 नमूने जांच में लिए। ये नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। कारखाने से 23 किलो बेकरी प्रीमिक्स, साढ़े 5 किलो टूटी-फू्रटी, 3 किलो मैंगो क्रश आदि सामान जब्त किया गया।
न बैच नंबर, न निर्माण की तारीख
पंजाब बेकरी का संचालक पैसा कमाने के चक्कर में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) के सभी नियमों की धज्जियां उड़ा रहा था। ब्रेड, पाव और अन्य खाद्य सामग्री की पैकिंग पर न तो बैच नंबर लिखा जा रहा था, न ही निर्माण की तारीख। पैकिंग पर कारखाने की जानकारी भी नहीं थी।