गुलाबी टोला में रहने वालों को वर्षों से सड़क का इंतजार बारिश के दिनों में पैदल निकलना भी होता है कठिन

रीवा शहर से लगे छोटी रौसर गांव के गुलाबी टोला में रहने वालों को वर्षो से सड़क का इंतजार है । जिस रास्ते का उपयोग आवागमन के लिए करते हैं , वह बारिश के दिनों में कीचड़ में तब्दील हो जाता है । ऐसे में यहां से पैदल निकलना भी कठिन होता है । चोरहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली इस बस्ती के ज्यादातर लोग बारिश के दिनों में लगभग घरों में ही कैद होकर रह जाते हैं । यहां की आबादी दो सौ से ज्यादा की है । यह रास्ता मदरसा और कॉलेज के लिए भी जाता है । ऐसे में लोगों को कितनी कठिनाई होती होगी , यह यहां की तस्वीर देखकर ही समझा जा सकता है । संभागीय मुख्यालय से लगा यह क्षेत्र होने के बाद भी विकास की किरण यहां तक नहीं पहुंच पाई है
जनप्रतिनिधियों से नाराजगी
इस क्षेत्र के लोगों के जनप्रतिनिधियों से काफी नाराजगी है गांव के लोग कहते हैं कि चुनाव के समय जो वायदे किए जाते हैं उन्हें कोई पूरा नहीं कर रहा बारिश के दिनों में जिस परिस्थितियों में हम लोग यहां रहते हैं उसका दर्द नेता और अधिकारी नहीं समझ सकते

बच्चे का स्कूल जाना बंद
कीचड़ में तब्दील रास्ते की वजह से गांव तक न वाहनों का आवागमन बंद हो जाता है । ऐसे में बारिश के मौसम में बच्चों का स्कूल जाना लगभग बंद हो जाता है । गांव से वे लोग ही मजबूरी में | निकलते हैं , जिन्हें नौकरी और व्यवसाय के लिए जाना होता है । बच्चे और महिलाएं घरों में ही कैद रहते हैं
कई लोग हुए है घायल
गांव के रामजी शुक्ला बताते हैं कि कीचड़ युक्त | सड़क से निकलने के दौरान कई लोग घायल हो चुके हैं । लगातार इस सड़क के लिए आवाज उठा रहे हैं , लेकिन कुछ नहीं हो रहा । हर साल बरसात के मौसम में इसी तरह की समस्या झेलते हैं