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दुष्कर्म के आरोप में कांग्रेस विधायक के बेटे ने लगाईं फर्जी दस्तावेज: गिरफ्तार

इंदौर। उज्जैन के बड़नगर के कांग्रेसी विधायक मुरली मोरवाल के पुत्र करण मोरवाल को इंदौर के एमजी रोड थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।करण मोरवाल पर शहर की ही एक युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। करण मोरवाल ने दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज होने के बाद फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। आरोप है कि करण ने एक शासकीय चिकित्स्क से सांठगांठ कर यह फर्जी दस्तावेज तैयार करवाया था। इस दस्तावेज के आधार पर यह साबित करने का प्रयास किया गया था कि जिस दिन युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उस दिन वह बीमार था और उपचार करवा रहा था. बहरहाल युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने जब छानबीन की तो यह दस्तावेज कूटरचित साबित हुआ।  पुलिस ने दस्तावेज कूटरचना और धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

सरकारी डॉक्टर भी निलंबित
स्थानीय प्रशासन ने उक्त सरकारी डॉक्टर देबेन्द्र स्वामी को निलंबित कर दिया था। साथ ही पुलिस ने करण मोरवाल और डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया। डॉक्टर ने न्यायालय की शरण ली तो उसे अग्रिम  जमानत मिल गई। जबकि करण मोरवाल की जमानत अर्जी ख़ारिज हो गई है. पीड़िता लगातार आरोपी को गिरफ्तार करने का दबाब बना रही थी। जानकारी है कि एक दिन पूर्व ही युवती ने थाने पर धरना देने की चेतावनी दी थी. इसके बाद पुलिस ने आनन फानन में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने करण मोरवाल की गिरफ्तारी पर एक दिन पूर्व ही पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।

रेप के आरोपी है कांग्रेस विधायक का बेटा
दरअसल विधायक के अय्याश बेटे करण मोरवाल पर एक युवती ने महिला थाने में बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें युवती ने आरोप लगाया था कि करण ने शादी का झांसा देकर पीड़िता की अस्मत लूटी। इतना ही नहीं कुछ दिनों बाद जब  विवाह का जिक्र किया तो वह धमकाने लगा. इसके कुछ ऑडियो क्लिप भी पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किए. इसके बाद हरकत में आयी महिला थाना पुलिस ने केस दर्ज किया और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया.।आरोप था कि जांच विवेचना के नाम पर पुलिस ने काफी दिनों तक करण को गिरफ्तार करने के कोई प्रयास ही नहीं किए। कुछ समय बाद जब पीड़िता ने दबाब बनाया तो भी खाना पूर्ति ही की गई।

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करण मोरवाल ने इस दौरान शासकीय चिकित्सालय से एक फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करवाया और इस आधार पर अग्रिम जमानत का प्रयास किया। इसके लिए पुलिस ने भी पर्याप्त समय दिया. लेकिन जब हाईकोर्ट से जमानत अर्जी खारिज हुई और पीड़ता को जब कथित प्रमाण पत्र की जानकारी मिली। जिसके आधार पर जमानत लाभ लिए जाने का प्रयास किए थे. पुलिस ने करण मोरवाल को एक फ़ार्म हाउस से गिरफ्तार किया और न्यायालय भेजा गया. कुछ समय बाद करण को कोर्ट से जमानत मिल गई और वह जेल से रिहा हो गया.

फर्जी दस्तावेज बनवाकर ली थी जमानत
दस्तावेज परीक्षण के बाद यह जानकारी स्पष्ट हुई कि सरकारी दफ्तर में बना प्रमाण पत्र फर्जी है. इस पर एमजी रोड थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया. करण मोरवाल और सरकारी डॉक्टर देवेंद्र स्वामी की तलाश शुरू की गई. कुछ समय बाद ही देवेंद्र स्वामी को न्यायालय से अग्रिम जमानत मिल गई. लेकिन करण मोरवाल की अग्रिम जमानत कोर्ट ने ख़ारिज कर दी।.

इसके बाद से ही पुलिस करण मोरवाल को तलाश रही थी. बीते दिनों से वह फरार चल रहा था. हाल ही में करण के ऊपर पुलिस ने पांच हजार का इनाम भी घोषित किया था।थाना प्रभारी एमजी रोड नागर के मुताबिक़ एक शिकायत के आधार पर विभिन्न गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया था। इसमें विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल को गिरफ्तार किया है।