एमपी-यूपी दवाओं की आड़ में नशे का कारोबार, भारी मात्रा में अल्प्रजोलम गोलियां, कफ सिरप बरामद, तीन गिरफ्तार
राजस्व गुप्तचर निदेशालय (डीआरआई) ने मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश में “ऑपरेशन एनआरएक्स” चलाकर रासायनिक दवाओं की आड़ में नशीले पदार्थों की अवैध खरीद-फरोख्त के बड़े मामले का खुलासा किया है। इसके खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान डीआरआई ने दोनों राज्यों के अलग-अलग स्थानों से भारी मात्रा में अल्प्रजोलम की गोलियां और कफ सिरप की खेप पकड़ी है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इंदौर, पिछोर, ग्वालियर व झांसी में कार्रवाई
डीआरआई के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि “ऑपरेशन एनआरएक्स” के नाम से हफ्ते भर पहले शुरू किए गए अभियान के दौरान मध्यप्रदेश के इंदौर, पिछोर तथा ग्वालियर और उत्तरप्रदेश के झांसी से अल्प्राजोलम की कुल 78,000 गोलियां और कोडीन फॉस्फेट से बनी कफ सिरप की 528 बोतलें पकड़ी गई हैं।

गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि इन दवाओं को नशेड़ियों को ऊंचे दामों पर बेचा जाना था। एक गिरोह इनकी अवैध खरीद-फरोख्त में शामिल है। गिरोह के तीन लोगों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया है, जिनमें झांसी का एक फार्मासिस्ट और पिछोर का एक दवा आपूर्तिकर्ता शामिल है। अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और विस्तृत जांच जारी है।
डॉक्टर की पर्ची पर हो सकती है बिक्री
डीआरआई के अधिकारी ने बताया कि सरकारी कायदों के मुताबिक अल्प्राजोलम की गोलियों और कोडीन फॉस्फेट से बनी कफ सिरप की खुदरा बिक्री लायसेंसशुदा दवा दुकानों पर डॉक्टर की पर्ची के आधार पर ही की जा सकती है, दवा दुकानों के संचालकों को इन दवाओं की खरीद-बिक्री का पूरा रिकॉर्ड रखना भी जरूरी होता है।