राजकपूर के और परिवार के सबसे छोटे लाडले थे राजीव

मुंबई| बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर के भाई राजीव कपूर का आज दोपहर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया । 58 वर्षीय राजीव को चेंबूर में उनके घर के पास ही स्थित इंलाख्स अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।इस खबर की पुष्टि ऋषि कपूर की पत्नी नीतू कपूर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करके की है। नीतू कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से राजीव कपूर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- रेस्ट इन पीस। उन्होंने हाथ जोड़ने वाले इमोजी बनाकर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। राजीव ने राम तेरी गंगा मैली जैसी तमाम फिल्मों में काम किया था।

साल 2020 में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कहा था, और आज यानी 9 फरवरी (साल 2021) को उनके छोटे भाई राजीव कपूर की निधन की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया है. राजीव कपूर 58 साल के थे. उन्होंने 1983 में फिल्म ‘एक जान हैं हम’ से बॉलीवुड में कदम रखा था और उसी फिल्म का एक गाना ‘याद तेरी आएगी मुझको बड़ा सताएगी…’ आज फिर से लोगों के जुबान पर आ चुका है. राजीव कपूर एक एक्टर भी थे, प्रोड्यूसर भी थे और एक डायरेक्टर भी थे, लेकिन सफलता उन्हें इन तीनों में नहीं मिल पाई.
साल 1985 में आई उनकी फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई,
राजीव कपूर ने एक हीरो के रूप में 14 फिल्मों में काम किया, जिसमें ‘जिम्मेदार (1990)’, ‘नाग नागिन (1989)’, ‘शुक्रिया (1988)’, ‘हम तो चले परदेश (1988)’, ‘जलजला (1988)’, ‘प्रीति (1986)’, ‘अंगारे (1986)’, ‘लवर ब्वॉय (1985)’, ‘राम तेरी गंगा मैली (1985)’, ‘जबरदस्त (1985)’, ‘मेरा साथी (1985)’, ‘आसमान (1984)’ और ‘एक जान हैं हम (1983)’ के नाम शामिल हैं. राजीव कपूर की इन फिल्मों में सिर्फ एक ‘राम तेरी गंगा मैली’ ही बॉक्स ऑफिस पर चल पाई थी. 1988 में पिता राज कपूर के निधन के बाद उन्होंने दो और फिल्में कीं और फिर एक्टिंग से रिटायरमेंट ले लिया.
एक्टिंग के बाद उन्होंने प्रोड्यूसर के रूप में अपनी पहचान बनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन इसमें भी उन्हें असफलताएं ही हाथ लगी. राजीव ने ‘आ अब लौट चलें’, ‘प्रेमग्रंथ’ और ‘हिना’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया. इन फिल्मों के गाने को हिट हुए, लेकिन फिल्में फ्लॉफ साबित हुईं. उन्होंने ‘प्रेमग्रंथ’ को प्रोड्यूस तो किया ही था, साथ ही इस फिल्म के जरिए उन्होंने निर्देशन में भी हाथ आजमाया था. लाख कोशिशों के बाद भी जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली थी.