भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में स्थित शिशु वार्ड में लगी आग ने चार घरों में अंधेरा कर दिया है। आग से वार्ड में भर्ती चार बच्चों की मौत हो गई है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं।
भोपाल । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित कमला नेहरू अस्पताल में स्थित बच्चा वार्ड में लगी आग से चार घरों के चिराग बुझ गये हैं। यह अस्पताल हमीदिया मेडिकल कॉलेज परिसर में बना हुआ है. इस वार्ड में करीब 40 बच्चे भर्ती थे। रात करीब 9 बजे अचानक लगी आग से वहां अफरातफरी मच गई। हादसे में चार बच्चों की मौत हो गई बताई जा रही है. शेष बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। घटना की जांच एडिशनल चीफ सेक्रेटरी लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान को सौंपी गई है।


जानकारी के अनुसार आग रात करीब 9 बजे लगी। बताया जा रहा है कि दो वेंटीलेटर में शार्ट सर्किट से आग लगी और उसके बाद ब्लास्ट हुआ।बच्चों का यह वार्ड कमला नेहरू अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बना हुआ है। आग लगने से वार्ड में धुंआ भर गया और वहां अफरातफरी मच गई. हादसे में धुंए के कारण दम घुटने तीन बच्चों की मौत हो गई. एक और बच्चे ने बाद में दम तोड़ दिया। आग पर करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका।
चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी
हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे शिवराज सिंह कैबिनेट के मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि बच्चा वार्ड में कुल 40 बच्चे भर्ती थे। इनमें से चार की मौत हो गई और 36 को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया गया है।मृतक बच्चों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया करायी जायेगी।
कई मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया
अस्पताल सूत्रों का कहना है कि जिस वार्ड में आगजनी की यह घटना हुई है उसे नई बिल्डिंग में शिफ्ट करने की योजना थी लेकिन उससे पहले ही यह बड़ा हादसा हो गया। हादसे के बाद कई मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हादसे की पूरी रिपोर्ट मांगी है. सीएम चौहान ने पूरे मामले की जांच ACS को सौंपी है।
आग पर काबू पाने के लिये लगाई आठ दमकलें
आग पर काबू पाने के लिये फतेहगढ, पुल बोगदा और बैरागढ़ समेत अन्य फायर स्टेशनों से 8 दमकलें लगाई गई थी। आग के कारण चारों तरफ धुआं भर जाने के कारण दमकलकर्मियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बिल्डिंग की बिजली के मेंटनेंस का जिम्मा CPA के पास है। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष 7 अक्टूबर को भी इस अस्पताल परिसर की नई बिल्डिंग में दूसरे माले पर स्थित स्टोर रूम में आग लग गई थी।