दुर्ग | श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मदिर, गंजपारा दुर्ग में इस वर्ष क्वांर नवरात्र पर्व के अवसर पर पूरे 9 दिवस कन्या भोज का ऐतहासिक आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम दिवस से लेकर आज नवमी तक कुल 2100 से ज्यादा कन्यामाताओं का पूजन कर कन्याभोज कराया गया|
छत्तीसगढ़ की धार्मिक नगरी दुर्ग में प्रतिवर्ष क्वांर नवरात्र पर्व में सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर समिति द्वारा पूरे प्रदेश का सबसे बड़ा एवं ऐतिहासिक कन्याभोज का आयोजन किया जाता रहा है जिसमें 3 हजार से ज्यादा कन्यामाताओं को एक साथ बैठाकर कन्याभोज कराया जाता रहा है| इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए समित्ति द्वारा कन्याभोज आयोजन को एक साथ एक दिन न कराते हुए अलग अलग दिन आयोजित किया गया|
सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर समित्ति के योगेन्द्र शर्मा “बंटी” ने बताया कि इस वर्ष प्रतिदिन अलग अलग वार्ड एवं अलग अलग स्कूल से कन्यामाताओं को माँ दुर्गा मंदिर लाकर कन्याभोज कराया गयाकन्याभोज की विशेषता यह रही कि प्रतिदिन अलग अलग वार्ड से कन्यामाताओं को 108 फिट लंबी चुनरी की छाव करके सभी कन्यामाताओं मन्दिर लाया गया|
कन्याभोज भोज के आयोजन में समित्ति के सदस्य एवं धर्मप्रेमी प्रतिदिन अलग अलग स्थान जाकर 108 फिट की चुनरी अपने हाथों से उठाकर कन्यामाताओं का श्रृंगार करके बाजा गाजा के साथ कन्यामाताओं को मां दुर्गा मंदिर लाये और सभी को एक साथ बैठाकर कन्याभोज कराये|
कन्याभोज में प्रतिदिन कन्यामाताओं को कन्यापूजन के पश्चात कन्याभोज कराके भेंट दी गयी, जिसमें प्रथम दिवस 190, दूसरे दिवस 210, तीसरे दिवस 220, चौथे दिवस 240, पांचवें दिवस 250, छठवें दिवस 220, सातवें दिवस 230, आठवें दिवस 280, एवं आज नवमी पर 170 से ज्यादा कन्यामाताओं का कन्यापूजन कर कन्या भोज कराया गया, जोकि पूरे 9 दिवस में समित्ति की पुरानी परम्परानुसार 2100 से अधिक कन्यामाताओं का कन्याभोज हो गया|
कन्या भोज के इस आयोजन में जिले में मानव सेवा का कार्य कर रही जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग का विशेष सहयोग रहा, एवं संस्था के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन सेवा दी गयी|
श्री सत्तीचौरा मां दुर्गा मंदिर में आज सर्वप्रथम कन्या माताओं को पैर में माहुर लगाया गया| पूजन किया गया, ततपश्चात कन्यामाताओं को 56 भोग प्रसाद वितरण किया गया फिर कन्याभोज कराके सभी कन्यामाताओं को भेंट दी गयी|भेंट में सभी को कॉपी, पेन, पेंसिल, डब्बा, बॉटल, चॉकलेट दिया गया|
सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर में कल अष्टमी के अवसर पर प्रातः 9 बजे माता जी का अभिषेक एवं संध्या 7 बजे माता जी को 56 भोग का प्रसादी चढ़ाई गयी एवं हवन, पूजन, पूर्णाहोती, आरती, की गई| नवमी के अवसर पर दिनांक 14 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे को ज्योति कलश यात्रा विसर्जन यात्रा निकली जिसमें 31 ज्योति कलश विसर्जन किया गया|
सभी आयोजनों में समित्ति के राजेन्द्र साहू, अशोक राठी, अजय शर्मा, महेश टावरी, राजेश शर्मा, मनोज भूतड़ा, ऋषभ जैन, सुरेश गुप्ता, ललित शर्मा, पिंकी गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, मनोज गुप्ता, राजू पुरोहित, कुलेश्वर साहू, दीपेश बावनकर, आनंद जैन, ईशान शर्मा, राहुल शर्मा, आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, राकेश मिश्रा, महेश गुप्ता, सोनल सेन, महेंद्र साहू, रवि शर्मा, राहुल राठी, श्रीमती सरिता शर्मा, अर्चला शर्मा, प्रभा शर्मा, अनिता अग्रवाल, चंचल शर्मा, सुमन शर्मा, स्वीटी गुप्ता, गीता गुप्ता, नीलू पंडा, शोभा गुप्ता, पंकज यादव, प्रशांत कश्यप, सोनू गुप्ता, मोहित पुरोहित, शिवम सेन, ऋषि गुप्ता, गौरव शर्मा एवं अन्य समित्ति के सदस्य और धर्मप्रेमी उपस्थित थे|

