बड़ी ख़बर

दो गुटों में विवाद के चलते कवर्धा में इंटरनेट सेवा बंद,कर्फ्यू जारी

कवर्धा में विवाद के बाद भड़काऊ फोटो, वीडियो और पोस्ट शेयरिंग की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने राजनांदगांव और बेमेतरा में भी इंटरनेट बंद करने का निर्णय लिया है. विवाद के बाद कार्रवाइयां भी जारी हैं.

कवर्धा . छत्तीसगढ़ के कवर्धा  में दो गुटों में विवाद के 3 दिन बाद भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. कबीरधाम (कवर्धा) में बीते मंगलवार की देर रात से इंटरनेट (Internet) सेवा बंद कर दी गई थी. इसके बाद बुधवार को पड़ोसी जिले राजनांदगांव और बेमेतरा में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. बताया जा रहा है कि आसपास के दूसरे जिलों में इंटरनेट की स्पीड कम कराई गई है. विवाद के बाद भड़काऊ फोटो, वीडियो व पोस्ट शेयरिंग की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने ये निर्णय लिया है. विवाद के बाद कार्रवाइयां भी जारी हैं. मामले में अब तक 59 लाेगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.

बताया जा रहा है कि पुलिस टीमें वीडियो और फोटो के आधार पर उपद्रव करने वाले की पहचान  करने में जुटी हैं. पुलिस ने अब तक करीब 70 लोगों की पहचान कर ली है. उपद्रव फैलाने, हिंसा भड़काने और तोड़फोड़ को लेकर तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं. मामले में दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा का कहना है कि हिंसा सुनियोजित थी. इसके लिए अलग-अलग जिलों से लोगों को बुलाया गया था. बता दें कि बीते मंगलवार को एक रैली के बाद हुई तोड़फोड़ के बाद से पूरे कवर्धा जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है. अतिआवश्यक नहीं होने पर घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. 3 अक्टूबर को हुई घटना के बाद क्षेत्र में धारा 144 पहले से लगी हुई है.

 विवाद का कारण 
बता दें कि बीते 3 अक्टूबर को कवर्धा के लोहारा चौक पर लगे एक पोल पर धार्मिक झंडा फहराया गया. पोल पर झंडा लगाने वाले ने नारेबाजी भी की. इससे नाराज दूसरे गुट के लोगों ने झंडा लगाने वाले शख्स की बुरी तरह पिटाई कर दी. इसके बाद दो गुटों में विवाद शुरू हो गया. धीरे-धीरे विवाद ने हिंसा का रूप का ले लिया. बीते मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से बुलाए गए बंद और रैली के दौरान तोड़फोड़ हुई. पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि वीडियो फुटेज देखकर पुलिस टीम घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर रही है.