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वकीलों ने हथियारों से लैस बदमाशों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

बदमाश के समर्थकों का कोर्ट में हंगामा,पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप

जबलपुर ।जबलपुर में कुख्यात बदमाश अब्दुल रज्जाक और उसके भतीजे शहबाज के समर्थकों ने जिला कोर्ट में हंगामा किया। इस पर वकीलों का सब्र भी टूट गया। आक्रोशित वकीलों ने बदमाश के समर्थकों को खदेड़ दिया। वकीलों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

दोनों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। इनके पास से विदेशी बंदूक, धारदार हथियार और असलहा बरामद किया था। समर्थकों ने पुलिस की कार्रवाई को गलत करार दिया। इसी बात को लेकर उसके समर्थक हंगामे का प्रयास कर रहे थे। दोनों को शाम को कोर्ट में पेश करने ले जाया गया। ऐहतियात के तौर पर पुलिस घंटाघर और ओमती चौक पर बल तैनात किया था।

आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया।
                                                        आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया।
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बड़ी संख्या में कोर्ट में घुसे समर्थक
रज्जाक और शहबाज की कोर्ट में पेशी के समय उनके करीब 250 समर्थक परिसर में घुस गए। वे पुलिस की कार्रवाई को झूठा बताते हुए हंगामा करने लगे। वकील सचिन गुप्ता ने बताया कि रज्जाक के समर्थक मना करने पर वकीलों के साथ भी अभद्रता कर रहे थे। पुलिस मौजूद थी, फिर भी नहीं रोक पा रही थी। वकीलों ने डीजे से मिलकर कोर्ट की सुरक्षा को लेकर बात की है। इस तरह कोर्ट परिसर में बम व हथियार लेकर लोग पहुंच रहे हैं, तो भविष्य में किसी भी वकील के साथ कुछ भी हो सकता है।

कोर्ट में बदमाश के समर्थकों के हंगामे के बाद पहुंची पुलिस।
                            कोर्ट में बदमाश के समर्थकों के हंगामे के बाद पहुंची पुलिस।

कोर्ट में दहशत फैलाने की कोशिश
वकील संजय सोनी ने बताया कि न्यायालय परिसर न्याय का स्थान है, लेकिन दुर्भाग्य से जबलपुर जिला कोर्ट में भय और दहशत फैलाने की कोशिश की गई। एक अपराधी के समर्थक इस तरह हथियारों से लैस होकर लोगों को आतंकित कर रहे थे। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी। कोर्ट ने आरोपी रज्जाक और उसके भतीजे को जेल भेज दिया। पुलिस लाइन में कोविड टेस्ट कराने के बाद दोनों को जेल दाखिल कर दिया गया।

कुख्यात अपराधी है रज्जाक
एसपी बहुगुणा के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर बदमाश अब्दुल रज्जाक वर्ष 1991 से लेकर लगातार मारपीट, अवैध वसूली, बलवा कर मारपीट करना, हत्या जैसे वारदात को अंजाम दिया है। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट, वन्य प्राणी अधिनियम जैसे मामलों में भी केस दर्ज हैं। आरोपी अब्दुल गिरोह बनाकर गम्भीर घटनाओं को अंजाम देता है।