मौत के 4 साल बाद भी पेंशन लेती रही महिला ! धोखाधड़ी कर बैंक में हर साल जिंदा होने का सबूत देते और निकाल लेते पैसे जालसाज
जबलपुर । मध्यप्रदेश के जबलपुर में धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक पेंशनर मौत के 4 साल बाद भी पेंशन लेती रही। हैरानी की बात ये है कि हर साल नवंबर में होने वाले वैरीफिकेशन के समय बैंक के सामने जिंदा होने का सबूत भी देती रही। महिला के नाती को इसकी खबर लगी, तो थाने पहुंचा। इसके बाद गिरोह की कारस्तानी सामने आई। आरोपियों ने 14 मृत लोगों के नाम पर इसी तरह से करीब 1 करोड़ रुपए की पेंशन निकाली है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि इस पूरी धोखाधड़ी को बैंककर्मी की साठगांठ के बाद ही अंजाम दिया गया है।

रांझी पुलिस मुताबिक चर्च गेट के पास रहने वाले योगेंद्र शर्मा की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। योगेंद्र शर्मा ने पुलिस को बताया कि उसकी नानी गायत्री शर्मा शिक्षक थीं। रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिल रही थी। 4 साल पहले उसका और उसकी नानी गायत्री शर्मा की एक साथ तबीयत खराब हुई। दोनों हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। इलाज में काफी पैसा खर्च हो रहा था।
पेंशन पर लोन दिलाने के नाम पर मिलने पंहुचे अस्पताल जालसाज

अस्पताल में उसके परिचित सुशील, जीवन सिंह व राजकुमार नामदेव पहुंचे। तीनों ने योगेंद्र से संपर्क किया। उनकी नानी गायत्री शर्मा की पेंशन पर ढाई लाख रुपए लोन कराने की बात कह जरूरी दस्तावेजों पर दस्तखत कराकर ले गए। तीनों ने प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 30 हजार रुपए भी लिए थे। इलाज के दौरान ही नानी का निधन हो गया। इसके चलते उसने तीनों से नानी के नाम पर लोन निकालने से मना कर दिया था। तीनों से दस्तावेज मांगे, लेकिन वे टाल गए।
नानी का पेंशन हर महीने निकल रही तब पता चला जब वह पंहुचा बैंक
योगेंद्र के मुताबिक वह इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित एसबीआई शाखा में 4 साल बाद गया, तो पता चला कि उसकी नानी की हर महीने 22 हजार रुपए की पेंशन निकल रही है। ये सुनकर वह चौंक गया। उसने अपने स्तर पर छानबीन की, तो पता चला कि जीवन, सुशील और राजकुमार ही कुछ बैंक कर्मियों के साथ मिलकर फर्जी महिला को गायत्री शर्मा बता कर पेंशन निकाल रहे हैं। हर साल नवंबर में होने वाले वैरीफिकेशन के दौरान भी कभी कोई दिक्कत नहीं आई।
14 मृत लोगों के नाम पर निकल रही पेंशन
रांझी टीआई आरके मालवीय के मुताबिक ठगी का ये अनूठा मामला है। इंजीनियरिंग कॉलेज और अधारताल स्थित SBI के दो बैंकों से इसी तरह 14 मृत लोगों के नाम पर ये गैंग पिछले कई वर्षों से इसी तरह पेंशन निकाल रही है। इसमें कुछ बैंक वाले भी शामिल हैं। तीनों आरोपी आधी रकम खुद रखते थे, तो आधी रकम बैंक वालों को देते थे। टीआई के मुताबिक इस प्रकरण में बैंक वाले भी आरोपी बनेंगे। आरोपियों की तलाश जारी है। ये पूरा फर्जीवाड़ा लगभग एक करोड़ से अधिक का बताया जा रहा है।