बड़ी ख़बर

Corona काल में भी छुट्टी पर थे 500 चिकित्सक, क्या लेगा स्वास्‍थ्य विभाग लेगा एक्शन

जयपुर. कोरोना काल के दौरान जहां एक तरफ स्वास्‍थ्य विभाग के कर्मचारी और चि‌कित्सक अपनी जान की परवाह किए बगैर लगातार काम कर रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो बिना किसी कारण के छुट्टी पर हैं. वो भी एक दो दिन या कुछ सप्ताह नहीं पूरे एक साल से. ऐसा ही मामला राजस्‍थान में देखने को मिला जहां पर करीब 500 चिकित्सक ऐसे हैं जिन्होंने एक साल से अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं की है. अब ऐसे चि‌कित्सकों के खिलाफ स्वास्‍थ्य विभाग ने सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. इसकी के चलते अब इन सभी चिकित्सकों को नोटिस भी भेजा गया है.

1 जुलाई तक करना होगा जॉइन

नोटिस के अनुसार अब छुट्टी पर चल रहे इन 500 चिकित्सकों को 1 जुलाई तक अपनी ड्यूटी जॉइन करनी होगी. नहीं तो सभी ऐसे चिकित्सकों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी. स्वास्‍थ्य विभाग के निदेशक डॉक्टर के के शर्मा ने बताया कि पीजी डिप्लोमा करने वाले करीब 264 डॉक्टर और एमबीबीएस करने वाले 295 चिकित्सक लंबे समय से अनुपस्थित हैं. इनमें से कुछ तो ऐसे भी हैं जिन्होंने सालों से अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं की है. शर्मा ने कहा कि इस कठिन समय में पहले ही चिकित्सा विभाग डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है ऐसे में चिकित्सकों के लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर परेशानी और बढ़ गई है.

cg

वेटिंग लिस्ट के चिकित्सकों को मौका

के के शर्मा ने बताया कि अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों के चलते वेटिंग लिस्ट में मौजूद चिकित्सकों को मौका नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जो भी चिकित्सका 1 जुलाई से ड्यूटी जॉइन नहीं करेंगे उनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा. उनकी जगह पर वेटिंग लिस्ट में मौजूद डॉक्टरों को जगह दी जाएगी. शर्मा के अनुसार ऐसा करने से चिकित्सकों की कमी से कुछ राहत मिलेगी.

कोरोना के चलते परेशानी बढ़ी

शर्मा के अनुसार पिछले एक साल से ज्यादा समय से कोरोना के चलते मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में मौजूद चिकित्सकों पर काम का बोझ काफी हो गया है. चिकित्सकों के अनुपस्थित रहने से ये और भी ज्यादा हो जाता है. जो ड्यूटी जॉइन नहीं करते हैं उनकी सेवाओं को समाप्त कर वेटिंग लिस्ट में मौजूद चिकित्सकों के काम पर आने से इस बोझ में कुछ कमी होगी. विभाग ने 500 डॉक्टरों को नोटिस जारी कर दिया है और 1 जुलाई तक जॉइन नहीं करने पर कार्रवाई करते हुए ऐसे चिकित्सकों की सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा.