पटना |बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पूरी तरह नियंत्रित होने को है। ऐसे में राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद उनके परिजनों को अनुग्रह राशि प्रदान करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। राज्य में अबतक 3727 कोरोना संक्रमण के कारण मौत का शिकार हुए संक्रमित मरीजों के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा पिछले वर्ष ही लिए गए निर्णय के अनुसार यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से कोरोना संक्रमण के कारण हुई मौत के बाद मृतक के परिजनों को दी जानी है।

एक हजार मृतकों के भुगतान की प्रक्रिया अंतिम चरण में
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण के कारण हुई एक हजार मरीजों की मौत से जुड़े अनुग्रह राशि के भुगतान की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इन्हें जल्द ही मुख्यमंत्री सचिवालय भेज दिया जाएगा। ताकि इन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से चार- चार लाख रुपये का भुगतान हो सके।

जिलों से राज्य स्वास्थ्य समिति को अनुदान के लिए भेजा जाता है आवेदन
जानकारी के अनुसार ज़िलों से कोरोना संक्रमित मृतक मरीज के परिजनों को भुगतान संबंधी आवेदन और दस्तावेज संलग्न कर राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजे जाते हैं। इसके बाद, राज्य स्वास्थ्य समिति सभी तथ्यों की जांच कर मुख्यमंत्री राहत कोष से भुगतान का प्रस्ताव मुख्यमंत्री सचिवालय भेज देती है। मुख्यमंत्री सचिवालय उन प्रस्तावों पर विचार कर भुगतान करने को लेकर अंतिम निर्णय लेता है। सूत्रों के अनुसार जिला सिविल सर्जन कार्यालय सभी अस्पतालों से प्राप्त कोरोना से मौत की सूचना के आधार पर मृतक के परिजनों से उनका बैंक खाता नंबर, मोबाइल नंबर, मृतक से जुड़े कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट और मृत्यु प्रमाण पत्र इत्यादि एकत्र कर भुगतान संबंधी प्रस्ताव राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजता है।
राज्य में अबतक 5319 संक्रमितों की हो चुकी है मौत
राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार राज्य में कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर के दौरान 4 जून तक 5319 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इन सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि प्रदान की जानी है।
मौत की रिपोर्ट को लेकर ज़िलों से मांगी गई जानकारी
स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों से कोरोना संक्रमित मरीज़ों की मौत की वास्तविक रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए जिला पदाधिकारी और सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में कोरोना संक्रमित मृतकों के परिजनों से आवेदन करने की अपील की गई है ताकि तथ्यों के आधार पर मृतकों की वास्तविक पहचान हो सके। इससे राज्य में कोरोना संक्रमितों की मौत की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है।