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माँ की ममता -कोरोना पॉजिटिव बेटा का खुद देखभाल करने हास्पिटल में रहने लगी

कोरोना पॉजिटिव बेटा अस्पताल में नहीं खा रहा था खाना, खुद की जिंदगी दांव पर लगा कोविड वार्ड में रहने लगी मां

गोरखपुर |मां कहने को तो शब्द बहुत छोटा है पर इस शब्द की गहराई को कोई नाप नहीं सकता है। एक औरत अपनी जिंदगी अपने बच्चे अपने परिवार के लिए समर्पित कर दे और बदले में प्यार के सिवा कुछ ना मांगे, वो सिर्फ एक मां हो सकती है। एक मां का दिल ही इतना बड़ा हो सकता है। इस कोरोना काल में जहां अपने भी दूर हो गए हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से मां की ममता की एक बेहद मार्मिक खबर सामने आई है।

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नंदा नगर टीबी अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती जब एक मरीज ने खाना खाने से इंकार कर दिया तो उसकी मां इसे सहन न कर पाई और डॉक्टरों से तमाम विनती कर बेटे को खाना खिलाने के लिए उसके वार्ड में चली गई। जिस बेटे ने डॉक्टरों व अस्पताल स्टाफ के काफी समझाने पर भी खाना नहीं खाया था, वह मां के हाथों से एक दिन में खाना खाने लगा। अब बेटे की देखभाल करने के लिए खुद निगेटिव होते हुए भी मां बेटे के साथ ही कोविड वार्ड में रह रही हैं।

तमाम कोशिशें कर हार गए थे डॉक्टर
शहर के सूर्यकुंड कॉलोनी में कुछ दिनों पूर्व एक पंजाबी परिवार किराए के मकान में आकर रहने लगा। परिवार में पिता जसप्रीत सिंह (65), माता गुरुवचन कौर (58) और उनका बेटा छत्रपाल सिंह (35) हैं। कुछ दिनों पूर्व छत्रपाल की तबियत खराब हुई तो उसे अस्पताल ले जाया गया। कोविड टेस्ट में वह पॉजिटिव निकला। हालत गंभीर होने पर बीते 6 मई को उसे शहर के नंदानगर स्थित टीबी अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उपचार तो शुरू कर दिया, लेकिन उसने कुछ भी खाने से इंकार कर दिया। हालांकि डॉक्टरों ने उसकी काफी काउंसलिंग करने की कोशिश की। बावजूद इसके छत्रपाल ने कुछ नहीं खाया। बेटे को भूखा देख मां गुरुवचन से रहा नहीं गया। वे डॉक्टरों से विनती करने लगीं कि उन्हें बेटे के पास जाने दिया जाए तो वह खाना खा लेगा। पहले तो डॉक्टरों ने इंकार कर दिया, लेकिन बेटे छत्रपाल की हालत गंभीर और मां गुरुवचन को बेटे के लिए तड़पता देख डॉक्टरों का दिल पसीज गया। इसके बाद जैसे ही मां खाना लेकर कोविड वार्ड में गई छत्रपाल उनके हाथों से खाना खाने लगा।

पॉजिटिव बेटे के साथ कोविड वार्ड में रह रही निगेटिव मां
बेटे की देखरेख और उसे खाना खिलाने के लिए मां गुरुवचन ने खुद की जिंदगी दांव पर लगा रखी है। वे अपने बेटे छत्रपाल के साथ ही कोविड वार्ड में ही रह रही हैं। हालांकि कोविड टेस्ट में अभी गुरवचन की रिपोर्ट निगेटिव है।