विदिशा |मध्यप्रदेश के विदिशा मेडिकल कॉलेज में कोविड शव के साथ बड़ी लापरवाही सामने आई। सड़क पर दौड़ते शव वाहन से डेड बॉडी नीचे गिर गई। लोगों ने चीख-चीखकर शव वाहन को रुकवाया। इसके बाद डेड बॉडी फिर उसमें रखी गई और फिर उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। घटना का वीडियो भी सामने आया है।जानकारी के मुताबिक, वाहन में एक बार में सिर्फ दो शव रखे जा सकते हैं, लेकिन इसमें तीन डेड बॉडी रखी गईं। ये स्ट्रैचर पर थे। ये गाड़ी चली तो रफ्तार की वजह स्ट्रैचर गेट से टकराए और गेट खुल गया। डोर और शव सड़क पर जा गिरे। यह वाहन मध्यप्रदेश रक्त सहायता समिति का था, जो विदिशा मेडिकल अटैच है और काफी पुराना हो चुका है। कुछ लोगों ने डेड बॉडी नीचे गिरते देखी तो ड्राइवर को तेज आवाजें लगाकर रोका। तब कहीं शव को फिर वाहन में रखा जा सका।


इसी अस्पताल में जिंदा को दो बार मृत बताया गया था
विदिशा के अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में पहले भी लापरवाही सामने आ चुकी है। 13 अप्रैल को संदिग्ध कोरोना मरीज को दो बार मृत बता दिया गया था। परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र भी दे दिया गया। परिवार के कुछ सदस्य श्मशान पहुंच गए। अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे। शव आने का इंतजार कर रहे थे, तभी मेडिकल कॉलेज से फोन आया कि अभी पेशेंट जिंदा है। बाद में डीन ने कहा कि सांस रुक जाने की वजह से यह दिक्कत आई थी।