कारण बस इतना कि उसनें शादी का आफर ठुकराया ,6 पर गैंगस्टर एक्ट

एसएसपी ने बताया कि सिपाही योगेश चौहान की पिछले साल अक्टूबर में अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि सुरक्षा में ड्यूटी लगी थी. उसी दौरान योगेश की हत्या कर दी गई थी. उसका शव लवेदी थाना क्षेत्र में मिला था. इस मामले में बहादुर, मथुरा निवासी सिपाही मंदाकिनी, बहन हेड कांस्टेबल मीना व एक अन्य बहन ममता के अलावा मथुरा के ही विनोद शर्मा, गौरव चौधरी व विनोद कुमार के खिलाफ खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है. जिला कारागार में निरुद्ध आरोपियों पर गैंगस्टर तामील करा दिया गया है.

योगेश से शादी करना चाहती थी मंदाकिनी
जांच में पता चला कि सिपाही योगेश और मुख्य हत्यारोपी मंदाकिनी उर्फ संगीता थाना रामजन्मभूमि में आरक्षी पद पर तैनात थे. महिला आरक्षी योगेश से शादी करना चाहती थी, जिसके लिए योगेश ने मना कर दिया था. मंदाकिनी ने इसकी जानकारी मथुरा में तैनात अपनी बड़ी बहन हेड कांस्टेबल मीना देवी और गांव में रह रही बड़ी बहन ममता को दी. मीना और ममता ने योगेश को कई बार फोन पर शादी के लिए राजी करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी.
बहनों के साथ मिलकर हत्या की रची साजिश
इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से 7 अक्टूबर को योगेश व मंदाकिनी दोनों ही अवकाश लेकर अयोध्या से एक साथ रवाना हुए और बस के माध्यम से इटावा बस स्टैण्ड पहुंचे. इसी दौरान मीना अपने साथियों के साथ मथुरा से स्विफ्ट कार से इटावा आई एवं हत्यारोपी ममता भी गांव से इटावा आई. इन्होंने योगेश को सवारी के बहाने अपनी कार में बिठा लिया और मानिकपुर मोड की ओर ले जाते समय हत्या कर दी.
8 अक्टूबर को मिला था शव
पुलिस के अनुसार सिपाही की हत्या करने के पीछे महिला आरक्षी का एकतरफा प्रेम के अलावा सिपाही से शादी करने का इरादा था लेकिन इंकार करने के बाद इस खतरनाक साजिश का एक लाख रूपये मे अंजाम करने का खाका तैयार कर सिपाही की हत्या कर दी गई. पिछले साल 8 अक्टूबर को थाना लवेदी क्षेत्र में मिले थाना रामजन्मभूमि पर तैनात पुलिस आरक्षी के शव की गुत्थी को सुलझाते कर घटना का पर्दाफाश करते हुए हत्यारोपियो को आला कत्ल तथा मृतक के कपडे एवं अवैध असलहे सहित गिरफ्तार कर लिया. योगेश के मना करने पर उसकी हत्या करने के लिये हत्यारोपी मीना ने अपनी बहन ममता व उसके प्रेमी व उसके अन्य 2 साथियों को 1 लाख रुपये का प्रलोभन देकर हत्या की योजना बनाई तथा जिसके लिये एडवांस के रूप में घटना से पूर्व 10000 दे दिए थे.