गांव में होने लगे थे दोनों के प्रेम के चर्चे, पति हो गया था परेशान ,प्रारंभिक जांच में पता चला कि होली के एक दिन पहले रेशम की रस्सी लेकर पहुंचे थे साड़ा के जंगल में
सतना |सतना के बरौंधा थाना क्षेत्र के जंगल में हुए सामूहिक सुसाइड मामले में नया खुलासा हुआ है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मानें तो प्लानिंग के साथ इस सुसाइड को अंजाम दिया गया है। प्राथमिक जांच के मुताबिक 3 बच्चों की मां खुद से आधी उम्र के मुंहबोले देवर से प्रेम कर बैठी थी। महिला के पति ने दोनों को कई बार आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इस बात पर दोनों में झगड़ा भी हुआ था। यही नहीं, गांव में भी उनके प्रेम की चर्चा होने लगी थी। इससे पति बेहद आहत था। घटना से पहले महिला 10 मीटर रेशम की रस्सी लेकर आई थी। वह बेटे को लेकर जंगल में पहुंची। कुछ देर बाद प्रेमी भी जंगल पहुंच गया। संभावना है कि महिला ने पहले बेटे की हत्या की। फिर प्रेमी को फंदे पर लटकाकर खुद फांसी लगा ली।

शुक्रवार को साड़ा के जंगलों में महिला, 5 साल के बच्चे और 17 वर्षीय किशोर के फंदे पर लटके शव मिले थे। मृतकों की पहचान ग्राम पंचायत साड़ा के भवानीपुर निवासी कुसुमकली (32), बेटा आशीष (5) और एक अन्य सुशील (17) पुत्र राम आसरे यादव के रूप में हुई। तीनों 28 मार्च से घर से लापता थे। तीनों की गुमशुदगी भी थाने में दर्ज है। शनिवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट सब इंस्पेक्टर रामसिंह वरकटे समेत अधिकारी मौके पर जांच करने पहुंचे।
पेड़ की एक डाल पर बनाए तीन फंदे
एसआई राम सिंह वरकटे ने बताया, मौके पर एक पेड़ की डाल में तीन फंदे बनाए गए थे। तीनों फंदों को एक साथ बांधा गया था। पुलिस के मुताबिक महिला ने प्री प्लानिंग के साथ पहले बच्चे को मारा। फिर प्रेमी को फंदे पर लटका दिया। इसके बाद खुद भी फंदे पर झूल गई।

गांव में दोनों के प्रेम के चर्चे थे
ग्रामीणी की मानें, तो महिला अपने से आधे उम्र के किशोर प्रेमी से प्यार करती थी। पति भी कई बार दोनों को रंगे हाथ पकड़ चुका था। बदनामी के कारण पति भी परेशान था। इस दंपती के तीन बच्चे थे। कई बार पति ने समझाने की भी कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। आए दिन वह किसी न किसी बहाने से प्रेमी से मिलती थी।
बेटे को इसलिए साथ ले गई
होली के एक दिन पहले छोटे बेटे के साथ कुसुमकली लापता हो गई। दो बच्चों को घर पर ही छोड़ गई थी। लोगों का कहना है कि छोटा बच्चा मां के करीब ज्यादा था।
कंकाल बन गए थे तीनों शव
फारेंसिक जांच से पता चला है कि तीनों शव 10 से 12 दिन पुराने होने के कारण कंकाल बन चुके थे। वहीं घटनास्थल के आसपास के नमूने भी लिए गए है। हालांकि पुलिस ने शुरू से ही मान लिया था कि ये आत्महत्या का ही मामला है। क्योंकि महिला ने पहले तो मुंहबोले देवर के साथ घर से भागने का निर्णय ले लिया लेकिन बाद में जब रास्ता नहीं समझ में आया तो लोकलज्जा के डर से फांसी लगाने का निर्णय ले लिया।