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पहले टी-20 में वेस्टइंडीज़ की शानदार जीत

धनंजय की हैट्रिक पर पोलार्ड के 6 छक्के भारी पड़े

श्रीलंका के लेग स्पिनर अकिला धनंजय ने बुधवार को एक ही मैच में टी-20 क्रिकेट के ज़बरदस्त उतार-चढ़ाव का अनुभव किया.

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वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ खेले गये टी-20 मैच में पहले उन्होंने हैट्रिक ली, फिर एक ही ओवर छह छक्के देकर बहुत महंगे साबित हुए.बुधवार को हुआ यह टी-20 मुक़ाबला वेस्टइंडीज़ टीम ने 4 विकेट से जीता जिसमें टीम ने 6 विकेट खोकर 134 रन बनाये. लेकिन वेस्टइंडीज़ की जीत से ज़्यादा इस मैच में धनंजय की गेंदबाज़ी और पोलार्ड के छह छक्कों की चर्चा हो रही है.

अकिला धनंजय टी-20 क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले 15वें अंतरराष्ट्रीय और चौथे श्रीलंकाई खिलाड़ी बन गये हैं. बुधवार को हुए टी-20 मुक़ाबले के चौथे ओवर में उन्होंने एक के बाद एक, एविन लुइस (28), क्रिस गेल (0) और निकोलस पूरन (0) के बड़े विकेट निकाले.

एक समय को लगा कि श्रीलंका बड़ी आसानी से यह मैच जीत लेगा. लेकिन धनंजय के अगले ही ओवर में पासा पूरी तरह पलट गया.वेस्टइंडीज़ के ऑल-राउंडर किरेन पोलार्ड ने धनंजय की छह गेंदों पर छह छक्के लगाकर टीम को मैच में शानदार वापसी दिलाई. उन्होंने 11 गेंदों पर 38 रन जोड़े. वे श्रीलंकाई गेंदबाज़ वनिंदु हसरंगा की गेंद पर आउट हुए.लेकिन किरेन पोलार्ड अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ बन गये. उनसे पहले भारतीय बल्लेबाज़ युवराज सिंह और दक्षिण अफ़्रीका के बल्लेबाज़ हर्शल गिब्स ने यह कारनामा किया था.हर्शल गिब्स ने वनडे मैच के एक ओवर में छह छक्के लगाये थे. जबकि युवराज सिंह ने साल 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ छह छक्के जड़े थे. युवराज सिंह ने इंग्लैंड के गेदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के मारे थे.अब, 14 साल बाद पोलार्ड ने यह कर दिखाया. उन्होंने मैच के बाद कहा, “तीन विकेट गिरने के बाद मुझे लगा कि छह छक्के लगाकर ही फ़ांसले को कम किया जा सकता है. टीम को इनकी ज़रूरत थी. मैंने यह नहीं देखा कि सामने से आ रहे गेंदबाज़ ने हैट्रिक ली है. मुझे बस वो करना था, जिसकी टीम को ज़रूरत थी. तीसरा छक्का लगाने के बाद मुझे लगा कि छह छक्के भी लगाये जा सकते हैं और उन छह गेंदों ने पूरा खेल बदल दिया.”