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‘आईईईई येसिस्ट-12 प्रिलिमनरी-2025‘ का आयोजन ग्वालियर आईटीएम यूनिवर्सिटी में संपन्न

देशभर की 33 टीमों ने लिया प्रतियोगिता में हिस्सा

 

  •  युवा पहले समस्याओं को समझें फिर एआई का उपयोग कर उनके समाधान पर काम करेंः वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश उपाध्याय
  • चयनित टीमें मलेशिया में होने वाले ग्रैंड फिनाले में लेंगी हिस्सा
  • आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर ने प्रिलिमनरी राउंड में आने वालीं टाॅप-थ्री टीमों को प्रदान किए पुरस्कार
ग्वालियर ( दबंग प्रहरी समाचार) । आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी द्वारा ‘आईईईई येसिस्ट-12 प्रिलिमनरी-2025‘ का आयोजन किया गया। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर की मेजबानी में आफ लाइन और आनलाइन मोड़ में आयोजित की गई। संस्थान के मधुलिमये सभागार में प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और की-नोट स्पीकर के रूप में प्रोफेसर डाॅ. आरएस जादौन (एमआईटीएम ग्वालियर) शामिल हुए। वहीं अध्यक्षता आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालयर के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश उपाध्याय ने की। इस अवसर पर डीन अकेडमिक डाॅ. रंजीत सिंह तोमर, डाॅ. मुकेश पांडे, कन्वीनर डाॅ. संजय जैन, डाॅ. वानी अग्रवाल, हिमांशु सिंह, अमन द्विवेदी, हुमेरा खान सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, डीन, प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। वहीं प्रतियोगिता में ज्यूरी सदस्यों के रूप में अंकित श्रीवास्तव व गौरव शर्मा उपस्थित रहे।
एआई के क्षेत्र में ऐसे नवाचार करें जो समाज हित में होः प्रोफेसर आरएस जादौन
आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर की मेजबानी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता ‘आईईईई येसिस्ट-12 प्रिलिमनरी-2025‘ के शुभारंभ कार्यक्रम में की-नोट स्पीकर प्रोफेसर डाॅ. आरएस जादौन (एमआईटीएम ग्वालियर) ने ‘नवाचार को आकार देने में एआई की भूमिका‘ विषय पर विचार प्रस्तुत। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं और युवाओं से कहा कि  आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के क्षेत्र में ऐसे नवाचार या शोध करें जो समाज हित में हो और सामाज की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
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युवा पहले समस्याओं को समझें फिर एआई का उपयोग कर उनके समाधान पर काम करेंः वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश उपाध्याय
वहीं आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश उपाध्याय ने कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आज हम सभी यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आईईईई येसिस्ट-12 प्रिलिमनरी-2025 के शुभारंभ अवसर पर एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहा कि ये अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता है, जो युवाओं में नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देती है। यह प्रतियोगिता छात्र-छात्राओं, शोधकर्ताओं और टेक्नोलाॅजी में रुचि रखने वाले युवाओं को एकसाथ लाने का कार्य कर रही है। जिससे के युवा ऐसे समाधान की खोज करें जो समाज और मानवता से जुड़ी असल चुनौतियों का समाधान निकाल सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में कई समस्याएं सामने आ रही हैं। इस समस्याओं को युवा पहले समझें फिर एआई का उपयोग कर उनके समाधान पर काम करें। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि आज का दिन रचनात्मकता, प्रेरणा और सीखने से भरपूर होगा। जो भी टीमें आज इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं, आप सभी को ढेरो शुभकामनाएं। आगे बढ़िए, खुलकर सोचिए और दुनिया को दिखाईए कि आप क्या कर सकते हैं।
देशभर की 33 टीमों ने लिया प्रतियोगिता में हिस्सा
आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर की मेजबानी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता ‘आईईईई येसिस्ट-12 प्रिलिमनरी-2025‘ में देशभर की 33 टीमों ने आफ लाइन और आनलाइन हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता के दौरान टीमों के लिए अलग-अगल ट्रैक जिनमें इनोवेशन चैलेंज, जूनियर आइंस्टीन, मेकर फेयर जैसे कई स्पेशल ट्रैक रखे गए थे।
चयनित टीमें मलेशिया में होने वाले ग्रैंड फिनाले में लेंगी हिस्सा
‘आईईईई येसिस्ट-12 प्रतियोगिता दो भागों में आयोजित की जा रही है। पहले भाग में प्रिलिमनरी राउंड और द्वितीय भाग में ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत दुनियाभर के 52 संस्थानों द्वारा इस प्रतियोगिता के प्रिलिमनरी राउंड का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर की मेजबानी में ‘आईईईई येसिस्ट-12 प्रिलिमनरी-2025 का आयोजन किया गया। यहां से चयनित टीमें 23 और 24 अगस्त 2025 को मलेशिया स्थित यूनिवर्सिटी केबांगसां मलेशिया में होने वाले ग्रैंड फिनाले में हिस्सा लेंगी। आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर द्वारा प्रिलिमनरी राउंड में टाॅप-थ्री आने वाली टीमों पुरस्कार प्रदान किए गए।