पटवारी तुलसीराम साहू [ कैदी जमानती] ,मामा बना पाजामा यानी मामा चार सौ बीस
* करोड़ों रुपयें की कीमत वाली जमीन का मुख्तियार बनते ही पटवारी मामा तुलसी राम साहू के लालच का बहने लगा था लार ,मौका मिलते ही दोस्तों के साथ मिलकर दिया निपटा !
* कई थानों में चल रहा अपराधिक प्रकरण, मामला विचाराधीन

दुर्ग [दबंग प्रहरी]। मामा वो भी सगा मामा और कोई नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ शासन का एक पटवारी तुलसी राम साहू ही है।जिसने एक बार नहीं कई बार फ्राड किया है और उसका मामला कई थानों में पंजीबद्ध है। फि लहाल यह पटवारी का छुरिया ब्लाक में स्थानातरण हुआ है लेकिन उसने यहाँ ना जाने के लिए दिल्ली सुप्रीम कोर्ट से भी स्टे लिया है यह जानकारी हमें प्राप्त हुई है।
जी हाँ अभी ताज तक आपने सुना या देखा होगा चाची 420 । अब हम आपको बताते ही नहीं दिखाते भी है मामा 420 ,इस मामा का नाम तुलसीराम साहू है । जी हां ये शख्श और कोई नहीं बल्कि जम्मू काश्मीर के राजौरी बार्डर पर लड़ रहे दुर्ग नंदिनी निवासी भारतीय सेना के हवालदार थल सेना के सैनिक की जिन्होंने अपने मामा को अपने जमीन देखरेख के लिए मुख्तियार नामा बनवा कर दिया था। जिसको देखते ही भ्रष्टाचारी पटवारी मामा का भ्रष्टाचार लालच का लार बहने लगा उसने अपने भांजे लोकेश की जमीन को अपने शातिर दोस्तों के साथ मिलकर धीरे धीरे हड़पने लगा। सिर्फ यही नहीं उसने तो उस जमीं को अपने नाम में ही ट्रांसफर कर लिया, इस जमींन का एक भी रूपए उसने अपने भांजे यानी जमींन के वास्तविक मालिक लोकेश साहू को दिया ही नहीं। जब लुकेश कुमार साहू को इस बात की भनक लगी तो काफ ी देर हो गया था उसका फ्र ाड मामा पूरा रकम डकार लिया था ,जैसे तैसे मामले की एफ आईआर हुई है और अपने गिरफतारी से बचने के लिए उन्होंने उच्चन्यायालय से कोर्ट जा कर गिराफ्तारी से बचा हुआ है,फिलहाल मामला कोर्ट में चल रहा है।
आगे समाचारों के लिए देखते पढ़ते रहिये आपका अपना अखबार दबंग प्रहरी समाचारपत्र …. ।
