बड़ी ख़बर

50 टन एलपीजी गैस रोज रात 200 टैंकरों से होने वाली चोरी का पर्दाफाश चोरी

इंदौर। इंदौर में एसटीएफ ने टैंकरों से एलपीजी गैस चुराने वाले एक बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के 8 सदस्य पकड़े गए।ये गैंग गुजरात-महाराष्ट्र,एमपी और छ्त्तीसगढ़ की सीमा पर वारदात को अंजाम देकर एक से दूसरे राज्य में भाग जाते थे।

इंदौर की एसटीएफ ने गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले हाईवे पर बड़े टैंकरों से एलपीजी चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी झाबुआ जिले के पिटोल गांव में टेंकरों से चोरी कर रहे थे।

cg

बॉर्डर पर चोरी
एसटीएफ इंदौर को काफी लंबे समय से मुखबिर से शिकायत मिल रही थी कि गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले हाईवे पर बड़े टैंकरों से एलपीजी चोरी करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह  सक्रिय है। हाइवे पर ढाबों, तौलकांटों के नेटवर्क की मदद से हर रात 200 से ज्यादा टैंकरों से 50 टन तक गैस चुराई जा रही थी। इस सूचना पर  एसटीएफ ने झाबुआ जिले के पिटोल गांव में दबिश दी तो शिकायत सही पायी गयी।टीम ने गिरोह के मुख्य सरगना महेश सोलंकी सहित आठ बदमाशों को पकड़ लिया. महाराष्ट्र के पेट्रोल पंप, वेल्डिंग कंपनियों और पिटोल गांव से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया।

75 रुपये की गैस 22 रुपये में खरीदी
पकड़े गए आरोपी पिटोल गांव के एक मकान के पीछे टेंकरों से एलपीजी गैस चोरी कर रहे थे। चोरों ने चोरी के लिए अपना खुद का एक सेटअप तैयार कर रखा था। आरोपियो में मुख्य सरगना महेश सोलंकी और शिवनारायण सोलंकी सगे भाई हैं. ये लंबे समय से इस गैंग को चला रहे हैं। पकड़े गए आरोपी 75 रुपए किलो की गैस, टैंकर ड्राइवरों से 22 रुपए में खरीद कर उसे मप्र व अन्य राज्यों में टैंकर गैंग के फेब्रिकेटर्स को 44 रुपए किलो में बेच देते थे। एसटीएफ इंदौर ने अंतर्राज्यीय गिरोह से पांच टैंकर कैप्सूल जब्त कर आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है।