*भ्रष्टाचार में सुभाष सोनी के बाप निकले नागेंद्र तिवारी*
*मामला महिला बाल विकास रामपुर बघेलान का
ने*
सतना – एक कहावत है कि सांप नाथ गए तो नाग नाथ आए, यह कहावत महिला बाल विकास रामपुर बघेलान में पूरी तरह चरितार्थ हो रही है । यहां के पूर्व प्रभारी सुभाष सोनी के भ्रष्टाचार भोपाल के गलियारों तक पहुंच गए हैं । भ्रष्टाचार में सोनी की हमराज रितु गुप्ता का भ्रष्टाचारी चेहरा भी अब बेनकाब हो चुका है, भोपाल से चली जांच में वह भी एक महत्वपूर्ण किरदार है । अक्सर जो होता है कि भ्रष्टाचार का पैसा भ्रष्ट और दूसरी जगह नहीं जाना चाहिए यह जुगत अपनाते हुए पर्यवेक्षक रितु गुप्ता ने अपने पति अखिलेश गुप्ता की फोटोकॉपी की दुकान खोलवा दी । विभाग के दस्तावेज देखने से पता चलता है कि हजारों के फर्जी बिल उनके फश फर्म के लगा कर देयक भी प्राप्त कर लिया गया है । अब यहां नागेंद्र तिवारी प्रभारी बनकर आए तो भ्रष्टाचार में रितु गुप्ता की योग्यता देखकर इतना प्रभावित हुए कि भ्रष्टाचार की चाबी उन्हें सौंप दी , आज जनता व तमाम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कह रही है कि नागेंद्र भ्रष्टाचार में सुभाष के भी बाप निकले । और पर्यवेक्षक ललित शुक्ला तो शेर तो मैं सवा सेर की तर्ज पर भ्रष्टाचार के तमाम रिकॉर्ड तोड़ डालें । इन दिनों दोनों को लूटने की छूट दे का प्रभारी तिवारी ने नौनिहालों का हक बड़े चाव में खा रहे हैं । गौरतलब है कि नागेंद्र अमरपाटन के भी प्रभारी हैं और दोनों जगह दोनों हाथों से लूट रहे हैं ।
*इन भ्रष्टो ने तपोनिष्ठ नेता विद्याधर तिवारी को बदनाम करने का प्रयास किया*
किसी भी पार्टी व विचारधारा का समर्पित व्यक्ति अपनी पार्टी या विचारधारा को बदनाम होते नहीं देख सकता । उसके मन में पीड़ा होती है । ऐसे ही भाजपा के तपोनिष्ठ नेता प. विद्याधर तिवारी हैं । जब उन्होंने यहां के महिला बाल विकास विभाग में जनता के हक का पैसों की लूट देखी तो आवाज उठाना लाजिमी था । बस फिर क्या था । नागेंद्र तिवारी व उनकी भ्रष्ट मंडली ने भाजपा नेता को बदनाम करने के लिए प्रचारित करवाया कि वे अनैतिक दबाव डालकर कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं । भावना प्रधान घूमता आइना इस खबर को वरिष्ठ नेता तक पहुंचा दी । लेकिन उनके मन मेज् जिज्ञासा थी कि भला प. विद्याधर तिवारी ऐसा कैसे कर सकते हैं । तो घूमते आईने में नौतपा की भीषण गर्मी में सच्चाई की टोह लेने क्षेत्र में निकल पड़ा उसने दर्जनों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों से चर्चा की तो यही बात सामने आई कि यह भ्रष्ट मंडली नवजात शिशुओं व उनकी माताओं का हक बेशर्म होकर बड़े चाव से खा रहा है । विभाग की तमाम शिकायत प. विद्याधर ने उच्च स्तर तक की है
*कांग्रेस के एजेंट है नागेंद्र तिवारी*
घूमते आईने को पता चला कि भ्रष्ट शिरोमणि नागेंद्र तिवारी क्षेत्र के ही बकिया के निवासी हैं । और इनकी धर्मपत्नी शहडोल में नायक तहसीलदार हैं । तिवारी का रुतबा कलेक्टर से भी बड़ा दिखता है । आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और जनता को यह मच्छर समझते हैं , इनके राक्षसी व्यवहार से प्रताड़ित पीड़ित इनके पास शिकायत लेकर जाने से भी कतराते हैं । बकिया क्षेत्र के लोगों ने बताया कि यह घोर कांग्रेसी मानसिकता के व्यक्ति हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में इन्होंने भाजपा का जमकर विरोध किया । अब त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव में यह फिर से कांग्रेस के पक्ष में सक्रिय हैं ।
*जीवन व्यर्थ है कहते हैं साहू*
भ्रष्ट तिवारी एंड कंपनी से यहां के एक कर्मचारी साहू इतने प्रताड़ित है कि उन्हें अपना जीवन व्यर्थ लगने लगा है । वरिष्ठ अधिकारियों को निराशा के इस भाव से अपने कर्मचारी को निकालना चाहिए अन्यथा कहीं देर ना हो जाए…??

