इंदौर |MP पुलिस ने 5 साल के एक मासूम बच्चे को ही चोरी का आरोपी बना दिया। ये कारनामा किया है इंदौर की पुलिस ने। दरअसल जिस बच्चे को चोरी का आरोपी बनाया है उसके पिता ने अपने ही पड़ोस में चोरी की थी और किसी को शक नहीं हो इसलिए वह अपने 5 साल के बेटे को भी साथ ले गया था। पुलिस ने CCTV फूटेज के आधार पर बच्चे को भी आरोपी बना लिया। खास बात यह है कि बच्चे ने बड़ी मासूमियत से अपने पिता की चोरी का कबूलनामा किया है। उसने पुलिस को बताया कि –

“मेरी मम्मी नहीं है। पापा रोज सुबह मंडी में काम के लिए जाते हैं। मैं पापा के साथ रहता हूं। उस दिन पापा घर से बाहर जाने लगे तो मैं भी उनके साथ जाने लगा। पापा पड़ोस वाले अंकल के यहां गए। वहां कुछ देर रुके। जब वहां से निकले तो पापा ने एक थैली मेरे सर पर रख दी और मुझे हमारी मामी के घर छोड़ दिया। फिर पापा वहां से चले गए।”
पिता की चोरी का मासूमियत भरा कबूलनामा पांच साल के एक बच्चे ने पुलिस को बात-बात में सुना दिया। मासूम के इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने आरोपी पिता से पूछताछ की तो वह टूट गया और चोरी की वारदात को अंजाम देना मान लिया।
दरअसल, मंडी में काम करने वाले एक मजदूर ने पड़ोसी के घर चोरी करने के लिए अपने एक साथी को बुलाया था। वे अपने साथ बच्चे को भी चोरी करने ले गए थे। चोरी का सामान बच्चे के सिर पर रखकर ही बाहर निकले। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया था। इस घटनाक्रम में पुलिस ने पांच साल के इस मासूम को भी आरोपी बनाया है।

थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने बताया कि 28 अप्रैल को भंवरकुआं इलाके में रहने वाले संतोष सोलंकी ने अपने घर में हुई चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना के सीसीटीवी फुटेज में 5 साल का मासूम भी चोरों के साथ जाते हुए दिखाई दे रहा था। जांच में सामने आया कि आरोपी राकेश और विजय दोनों ने घर में घुस के चोरी की थी।
मां घर छोड़ जा चुकी है इसलिए अकेला कर रहा था परवरिश
आरोपी विजय ने बताया कि वह कई वर्षों से मंडी में काम करता है। बेटे की इच्छा पूरी करने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे, इसलिए उसने चोरी करने का मन बनाया। विजय ने कहा कि पड़ोसी की मां अस्पताल में भर्ती थी और घर पर कोई नहीं था, इसलिए उसने इसी घर को निशाना बनाया। इस काम में उसने दोस्त राकेश को भी साथ ले लिया। जब बच्चा साथ जाने की जिद करने लगा तो सोचा बच्चा साथ रहेगा तो कोई ये नहीं सोचेगा की चोरी करने घुसे हैं।
मालूम था पकड़ा जाउंगा, इसलिए सामान साले के यहां रखा
विजय ने पुलिस को बताया कि उसे मालूम था कि वह पकड़ा जाएगा। ज्यादा दिन तक नहीं बच सकेगा। इस कारण से चोरी का सामान उसने अपने रिश्तेदार के यहां रख दिया था। यही चोरी का सामान बच्चे के सर पर रख कर ले जा रहा था। उसे यह नहीं मालूम था कि आसपास इलाके में कैमरे लगे हैं और बच्चे पर भी इस तरह का गंभीर आरोप लग सकता है।
यह था मामला
भंवरकुआ में संतोष सोलंकी ने थाने पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी मां का बीते दिनों एक्सीडेंट हुआ था। उसे कुछ दिनों पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे अपने घर पर ताला लगाकर मां को देखने अस्पताल गए थे। इसी बीच घर से चोर नकदी सहित सोने-चांदी के जेवर ले गए थे। सीसीटीवी खंगालने के दौरान राकेश व विजय अपने बच्चे के साथ इलाके से कुछ साथ ले जाते दिखाई दिए थे। जिस पर पड़ताल में दोनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।