आरोपी पूर्व पांच की पत्नी का मिस काल ही आरोपियों को ले आया पुलिस की गिरफ्त में
दुर्ग। 6 दिसंबर 2021 को देर रात पुलगांव थाना के चंदखुरी स्थित फार्म हाउस से सिविल इंजीनियर शिवांग चंद्राकर के अपहरण की सूचना मिली। अगले दिन सुबह आईजी सर समेत सभी घटना स्थल पर पहुंचे। इंजीनियर की बाइक फार्म हाउस से कुछ दूरी पर पड़ी मिल गई। फार्म हाउस के पास खून के निशान भी मिले। इससे शक हो गया कि इंजीनियर किसी अनहोनी का शिकार हुआ है। हमने जांच के लिए 6 टीम बनाई। डीएसपी क्राइम नसर सिद्दीकी समेत सिविल टीम के स्टाफ को लगाया। टीम ने टेक्निकल जांच के लिए इलाके में लगे मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाई।

इलाके में छानबीन कर ग्रामीणों, रिश्तेदार, परिजन समेत करीब 5 लोगों के बयान लिए। लेकिन इंजीनियर का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। टीम ने इस बीच गांव और आसपास लगे 2 सौ सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग चेक की, लेकिन जहां से शिवांग गायब हुआ था वो इलाका पूरा सुनसान है। इसलिए कोई सुराग नहीं मिल रहा था। 1 हजार से ज्यादा मोबाइल की डिटेल खंगाली। इस बीच 5 जनवरी को दोपहर करीब ढाई बजे चंदखुरी भाठा इलाके में हरीश साहू नाम के किसान के खेत में नरकंकाल के साथ कपड़े, चप्पल और घड़ी बरामद हुई।
नरकंकाल को डीएनए जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट से उसकी भी पुष्टी हो गई। इसके बाद आरोपी और उसकी पत्नी का बयान लिया तो दोनों एक जैसा ही निकला। यहीं से हमें बड़ा क्लू मिला। आरोपी अशोक देशमुख के मुताबिक उसे लिफ्ट लेने के बहाने शिवांग को रोका। बाइक पर बैठते ही पीछे से शिवांग के दोनों हाथ पकड़़ लिए। फिर उसके दोनों साथी विक्की और बसंत ने उसीे रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर अशोक ने अपनी कार की डिक्की में शिवांग का शव रखकर करीब डेढ़ किलोमीटर दूर ले खेत में बने गढ्डे में दफना दिया।
- आरोपी अशोक का बयान: घटना वाले दिन मैं घर पर था। रात 7.30 से 8.30 के बीच छत पर बैठकर शराब पी और सो गया। सुबह घटना का पता चला। शिवांग के परिजन से मिला।
- आरोपी की पत्नी का बयान: 6 दिसंबर को घटना वाली रात मेरे पति घर पर ही थे। उन्होंने घर की छत पर ही शराब पी और खाना खाने के बाद सो गए थे।
- बड़ा एंगल यहीं से मिला: पुलिस ने आरोपी और उसकी पत्नी का एक जैसा बयान पर उनकी कॉल डिटेल खंगाली। पता चला कि घटना वाली रात पत्नी ने उसे 8 बार कॉल किया था।
मास्टर माइंड के पकड़े जाने की पूरी कहानी
पत्नी के 8 मिस कॉल से फंसा मास्टरमाइंड पूर्व पंच
जब पुलिस ने बयान के आधार पर आरोपी और उसकी पत्नी के मोबाइल की डिटेल खंगाली तो चौंकाने वाली जानकारी मिली। दोनों के कॉल लॉग डिटेल से पता चला कि आरोपी की पत्नी ने उसे घटना वाली रात 7.30 से 10.30 बजे के बीच 8 बार फोन लगाया था। आरोपी ने फोन घर पर ही छोड़ दिया था। आरोपी की पत्नी ने पति की जानकारी के लिए कई दोस्तों को भी फोन लगाया था।
आरोपी बयान देने वाला से रोज ही करता था पूछताछ
मामले को लेकर जब भी पुलिस ग्रामीणों या आसपास के लोगों से पूछताछ करती तो उसके बाद आरोपी उनसे संपर्क करता था। सभी से पूछताछ करता था कि पुलिस ने उनसे क्या पूछा है। इसके बाद वह अपने आप को बयान देने के लिए तैयार करता था। इसकी जानकारी होने पर उस पर शंका बढ़ गई थी। पुलिस को आरोपी के इस हरकत की जानकारी भी कई लोगों से मिली थी।
दोस्तों के बयान पर भी आया शंका के दायरे में


पुलिस को आरोपियों के दोस्तों से पता चला कि वह अक्सर 7.30 से 9 बजे के बीच चांदनी चौक के आसपास बैठकर शराब पीता था। लेकिन घटना वाले दिन वह घर पर बैठकर शराब पी रहा था। इससे पुलिस को अशोक पर हत्या में शामिल होने की शंका हो गई। उसे गुरुवार को उठाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने दोस्तों के साथ मिलकर हत्या करना कबूल कर लिया।
अपहरण के बाद हत्या करके 30 लाख फिरौती मांगने की थी प्लानिंग, वह बदल दी
मास्टरमांड को पता था कि नंवबर महीने में शिवांग के परिवार ने धान बेचा है। इससे परिवार के पास लाखों रुपए होंगे। शिवांग का अपहरण करके हत्या कर देंगे। परिवार को लगेगा कि शिवांग का अपहरण हो गया है। प्लानिंग के तहत शिवांग की बाइक को अलग स्थान पर खड़ा किया था। योजना के तहत मोबाइल एक्टिव रखा था।
मास्टरमाइंड ने प्लान किया था कि शिवांग के फोन पर परिजन के कॉल आने पर 30 लाख रुपए फिरौती की मांग करेंगे। पैसा मिलने के बाद आपस में बांट लेंगे। जिससे आर्थिक स्थिति ठीक हो जाएगी। घटना के अगल दिन यानी 7 दिसंबर को सुबह 6.30 बजे तक मोबाइल एक्टिव था। घटना के बाद पुलिस का मूवमेंट देखकर मास्टरमाइंड ने फिरौती मांगने का प्लान बदल दिया। हनौदा रोड स्थित तालाब में जाकर मोबाइल फेंक दिया।
तीन वजह बनी शिवांग की हत्या का कारण
1 मास्टरमाइंड अशोक साल 2016 में पंच रहा था। वर्ष 2020 में वह 4 वोट से हार गया। इसी बात को लेकर उसका शिवांग के बड़े भाई धर्मेश से विवाद हुआ था। उसे लगता था कि उन्हीं के कारण वह चुनाव हारा।
2शिवांग का परिवार राकेश पोरवाल के 13 एकड़ की जमीन रेगहा में लेकर खेती करता था। मास्टरमाइंड अशोक ने उसे खेत को रेगहा में लेने की इच्छा जाहिर की पर शिवांग ने मना कर दिया था।
3मास्टरमाइंड ने टेंट व्यवसाय के लिए 1 लाख रुपए का लोन लिया था। जिसकी किस्त वह नहीं चुका पा रहा था। उसे 10 हजार रुपए मैकेनिक को भी देना था। खेत रेगहा पर लेने पर उस पर 36 हजार रुपए का कर्ज हो गया था। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उसने नवंबर महीने में शिवांग का अपहरण करके फिरौती में 30 लाख रुपए मांगने की योजना बनाई थी ताकि वह कर्ज से मुक्त हो पाए।
आज आरोपियों को दोबारा कोर्ट में पेश करेगी पुलिस
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 201, 302, 364ए, 365 के तहत केस दर्ज कर लिया है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें एक दिन की रिमांड पर लिया गया है। शनिवार को पुलिस सभी आरोपियों को दोबारा कोर्ट में पेश करेगी। आरोपियों में बसंत साहू पुलगांव थाने में माली का काम करता था। घटना के बाद वह तीन बार थाने आ चुका था। विक्की और बसंत दोनों की पत्नियां गर्भवती थीं, उन्हें पैसों की जरूरत थी, इसलिए वह हत्या के मामले में आरोपी के साथ शामिल हो गए।
आईजी ने टीम को 30 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की
टीआई नरेश पटेल और गौरव तिवारी, एसआई डुलेश्वर सिंह चन्द्रवंशी, एएसआई अजय सिंह , राधेलाल वर्मा, नरेन्द्र सिंह राजपूत, पूर्ण बहादुर, शमित मिश्रा, प्रआर संतोष मिश्रा, चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक जावेद खान, प्रदीप सिंह, जगजीत सिंग, तिलेश्वर राठौर, धीरेन्द्र यादव आदि जांच टीम में शामिल रहे।