डॉक्टर पति ने अखबार में निकाला इश्तहार, इनाम की घोषणा
सीकर। शेखावाटी के सबसे बड़े शहर सीकर में इन दिनों एक तोता बेहद चर्चा में है। इसकी चर्चा का कारण है तोते का उड़ जाना। अफ्रीकन नस्ल का यह ग्रे पैरेट शहर के नामी गिरामी डॉक्टर का है. डॉक्टर इसे बेहद प्यार से रखते हैं और इसमें उनकी जान बसती है। लेकिन यह तोता दो-तीन दिन पहले अचानक उड़कर कहीं चल गया और वापस (Missing) नहीं लौटा। काफी इंतजार के बाद अब डॉक्टर ने उसे ढूंढने के लिए अखबार में इश्तहार भी दिया है. यही नहीं डॉक्टर साहब ने अपने खोये हुए तोते को ढूंढकर लाने के लिए इनाम की भी घोषणा की है।वहीं अपनी पूरी टीम को भी इस तोते को ढूंढने में लगा दिया है।

जानकारी के अनुसार यह तोता सीकर के जाने माने चिकित्सक डॉ. वीके जैन का है। डॉक्टर ने इसका नाम ‘कोको’ रख रखा है. डॉ. जैन की पत्नी अर्चना जैन भी डॉक्टर हैं।डॉक्टर दंपती तोते को बेहद प्यार से रखते हैं। दो-तीन पहले यह तोता अचानक कहीं उड़कर चला गया और वापस नहीं लौटा। तोते को इधर-उधर काफी ढूंढा गया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. इससे डॉक्टर दंपति खासे उदास हो गये।

टीम को ढूंढने के लिए लगाया अब इश्तहार दिया
डॉक्टर का खुद का क्लिनिक भी है। डॉक्टर जैन ने तोते का ढूंढने के लिए अपनी टीम को भी लगाया लेकिन परिणाम सिफर रहा। इस पर डॉक्टर जैन ने इसको लेकर अखबार में इश्तहार जारी किया है और तोता ढूंढने वाले के लिए बड़े इनाम की घोषणा की है।हालांकि उन्होंने इनाम की रकम नहीं बताई है. लेकिन चिकित्सक का कहना है कि तोता मिलने पर जितनी खुशी होगी उसी तरह का बड़ा इनाम दिया जाएगा।
तोता सैकड़ों शब्द बोल सकता है
बताया जा रहा है कि कोको इतना ट्रेंड है कि वह सैकड़ों शब्द बोल सकता है। डॉक्टर दंपति का इससे पूरा दोस्ताना व्यवहार है। डॉक्टर जैन ने बताया कि करीब दो साल पहले वे दो तोतों का जोड़ा 80 हजार रुपये में खरीदकर लाये थे। घर लाने के बाद कोको परिवार का सदस्य बन गया था। लेकिन अब कोको के बिना घर सूना-सूना लगता है। बस जैसे-तैसे करके वह मिल जाये तो अच्छा है।
डॉक्टर जैन ने फार्म हाउस में पाल रखे हैं कई पशु-पक्षी
उल्लेखनीय है कि डॉ. जैन पशु-पक्षियों से खासा लगाव रखते हैं. उनका शहर के पास स्थित झुंझुनूं बाइपास पर खुद का फार्म हाउस भी है।. वहां डॉक्टर जैन ने कई पशु पक्षी भी पाल रखे हैं।इनमें बत्तख, तोते, बिल्ली, कुत्ता, कबूतर और खरगोश शामिल हैं। कोको को घर में सीरींज से दूध पिलाया जाता था। डॉक्टर जैन समेत परिवार के सभी सदस्य कोको का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।