बड़ी ख़बर

गिरफ्तार IPS जीपी सिंह को रायपुर लेकर पहुंची पुलिस

 EOW में हुई लंबी पूछताछ, बताया जा रहा की वे जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के गिरफ्तार निलंबित आईपीएस जीपी (गुरजिंदर पाल) सिंह को बुधवार की शाम रायपुर लाया गया। रायपुर पुलिस जीपी सिंह को लेकर सीधे ईओडब्ल्यू के दफ्तर पहुंची, जहां उनसे लंबी पूछताछ की गई। ईओडब्ल्यू की टीम ने उनपर जांच में सहयोग नहीं करने के आरोप लगाए। बीते मंगलवार की देर शाम को दिल्ली के पास गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। जीपी सिंह पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज है। इसी मामले में ईओडब्ल्यू की टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है। 1994 बैच के आईपीएस जीपी सिंह पर सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के मामले में राजद्रोह का मामला भी दर्ज है। दोनों ही केस जुलाई 2021 में रायपुर में दर्ज किए गए थे।

रायपुर में बुधवार को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश कर पुलिस जीपी सिंह को रिमांड पर ले सकती है।जीपी सिंह के वकील भी EOW के दफ्तर पहुंचे. वकील आशुतोष पाण्डे, हिमांशु सिन्हा को भीतर नहीं जाने दिया गया। बता दें कि आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर के अपराध क्रमांक 22/2021 धारा 13(b),13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम एवं धारा 201, 467, 471 के तहत जीपी सिंह पर केस दर्ज है। आरोपी निलंबित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह, जिन्हें प्रकरण की विवेचना में उपस्थित होने के लिए कई नोटिस जारी किए गए थे और उसके बाद भी वह विवेचना में सहयोग नहीं कर रहे थे ना और ना ही EOW कार्यालय में उपस्थित हो रहे थे. उन्होंने सुप्रीमा कोर्ट में गिरफ्तारी से रोक के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने उसे नामंजूर कर दिया था. इसके बाद से वे फरार चल रहे थे।

cg

चीफ जस्टिस ने कह दिया था- आपको राहत नहीं मिलेगी
अक्टूबर के महीने में CJI एनवी रमना ने सुप्रीम कोर्ट में जीपी सिंह मामले में सुनवाई करते हुए कहा था कि आप हर मामले में सुरक्षा नहीं ले सकते, आपने पैसा वसूलना शुरू कर दिया, क्योंकि आप सरकार के करीब हैं। यही होता है अगर आप सरकार के करीब हैं और इन चीजों को करते हैं तो आपको एक दिन वापस भुगतान करना होगा। CJI रमना ने आगे कहा कि जब आप सरकार के साथ अच्छे हैं, आप वसूली कर सकते हैं, लेकिन अब आपको ब्याज के साथ भुगतान करना होगा। कोर्ट ने कहा था कि यह बहुत ज्यादा हो रहा है। हम ऐसे अधिकारियों को सुरक्षा क्यों दें? यह देश में एक नया ट्रेंड है, उन्हें जेल जाना होगा।

जीपी सिंह और उनसे जुड़े मामले

  • 1 जुलाई की सुबह 6 बजे ACB-EOW की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में एक साथ छापा मारा।
  • जीपी सिंह पर FIR दर्ज की गई। दूसरे दिन शुक्रवार को दिन भर की जांच के बाद 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ। 10 करोड़ की संपत्ति मिलने और इसके बढ़ने की आधिकारिक जानकारी दी गई।
  • रायपुर में एक युवक से मारपीट, भिलाई में सरेंडर करने वाले नक्सल कमांडर से रुपयों का लेन-देन, रायपुर में एक केस में आरोपी की मदद का इल्जाम भी जीपी सिंह पर लगा है। इन पुराने केस की फिर से जांच की जा रही है।
  • इन तमाम मामलों के बीच 5 जुलाई को राज्य सरकार ने ADG जीपी सिंह को एक आदेश पत्र में यह लिखते हुए निलंबित कर दिया कि एक अफसर से ऐसी अपेक्षा नहीं थी।